सेफ्टी पिन

अरे! नानी, सेफ्टी पिन के इतने सारे गुच्छे ... बाजार लगाने का इरादा है क्या? हँसते हुए रिया अपनी नानी से पूछती है. रिया की नानी दो चार सेफ्टी पिन अपनी चूड़ियों में लगाती है. एक गुच्छा नानाजी के बैग में, एक मम्मी के पर्स में और एक रिया के हाथ में थमा देती है और अपने कॉलेज बैग में रखने को बोलती है. रिया- "ये क्या नानी, आप सभी को सेफ्टी पिन रखने को दे रही हो? और मुझे क्यों? मुझे इसकी कोई ज़रूरत नहीं."

नानी-"ये सेफ्टी पिन नहीं तुम्हारी सेफ्टी का साधन है." ये छोटी सी चीज़ मेरी क्या सेफ्टी करेगी नानी? रिया, हँसते हुए अपनी नानी से पूछती है.

एक छोटी सी सेफ्टी पिन ना जाने कितनी बार हमारी मदद कर जाती है.रिया बेटा, जीवन में किसी भी चीज़ को कम मत समझो. हर छोटी से छोटी चीज़ क्या जादू दिखाए, ये तो समय ही बताता है. हर वस्तु अपने आप में अनमोल होती है, उसका अपना ही महत्व होता है.

हां, रिया बेटा, तुम्हारी नानी सही कह रही है. पहले मैं भी माँ की चूड़ियों में लटकी इस सेफ्टी पिन से अखरती थी लेकिन इस छोटी सी सेफ्टी पिन के कारण कई बार शर्मिन्दा होने से बचा है. एक बार स्कूल में साइड से मेरी कुर्ती फट गई तो मेने तुरंत अपनी बैग में से, माँ की रखी सेफ्टी पिन निकली और बड़ी सावधानी से कुर्ती में टांक ली. इसी तरह कॉलेज में मेरी सहेली की सलवार का नाडा निकल गया तो, ये मामूली सा सेफ्टी पिन बहुत काम आया. रिया की माँ ने बताया.

बिलकुल सही ... ये छोटी सी डिवाइस पुरुषों के भी बहुत काम आती है. ऑफिस में एक दो बार मेरी शर्ट का बटन टूट गया तो तुम्हारी माँ का सेफ्टी पिन ने ही मेरी इज़्ज़त बचा ली. रिया के पापा बोले.

और माँ, आपको याद है, पिताजी का झोला फट गया था और उसकी तन्नी टूट गई थी तो कई दिन तक पिताजी ने इस सेफ्टी पिन का सहारा लेकर अपने पुराने झोले को इस्तेमाल करते रहे और माँ तुम भूल गई... मेरी शादी की शॉपिंग के वक्त तुम्हारी चप्पल टूट गई थी, तो तुमने फटाफट अपनी चूड़ियों में से एक सेफ्टी पिन निकाल कर चप्पल में लगा ली और तुम्हे चलने में भी कोई असुविधा नहीं हुई. रिया की माँ ने बताया .

हाँ बेटा, मुझे सब याद है... ये छोटी से दिखने वाली चीज़ सचमुच कई मौकों पर "डूबते को तिनके का सहारा" साबित हुई है.नानी ने सेफ्टी पिन को देखते हुए बड़े गर्व से कहा.

और रिया एक बात तुम्हारी माँ बताना भूल गई. तुम्हारी माँ की सहेली सुनीता, अक्सर बस से कॉलेज आती जाती थी. जिसमे एक लड़का रोज़ सुनीता को तंग करता था. एक दिन मैंने उसे सेफ्टी पिन दी और उसे सब समझा दिया. अगले दिन सुनीता ने मेरी तरकीब आजमाई, आज तक वो लड़का हमें कोस रहा होगा... नानी की शैतानी हँसी सुन हम सब लोटपोट हो गए.

हाँ, माँ, तुम्हारी तरकीब शायद सरकार ने सुन ली है इसलिए महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक सेफ्टी ऐप बनाया है जिसका नाम "सेफ्टी पिन ऐप" है.

ये ऐप महिलाओं की सेफ्टी के लिए बेस्ट ऐप है. इस मोबाइल ऐप को पर्सनल सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए बनाया है. यह जी.पी.ऐस ट्रैकिंग इमरजेंसी कांटेक्ट नंबर और सेफ लोकेशन का रास्ता बताता है. इसमें सुरक्षित और असुरक्षित जगह की पिन होती है, जहाँ पर कोई समस्या होने पर जा सकते है.यह ऐप हिंदी, अंग्रेजी और स्पेनिश भाषाओँ में उपलब्ध है. ये "सेफ्टी पिन ऐप" संकट के समय महिलाओं की सुरक्षा हेतु बनाया गया है.

वाओ! मम्मी, ये सेफ्टी पिन ऐप उपयोगी होने के साथ साथ स्मार्ट भी है. अब तो मैं सेफ्टी पिन और सेफ्टी पिन ऐप को हमेशा अपने पास रखूंगी और अपनी फ्रेंड्स को भी इसके बारे में बताउंगी. रिया मुस्कुराते हुए अपनी मम्मी और नानी के गले लग जाती है.


तारीख: 20.02.2024                                    मंजरी शर्मा









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