जब भरोसा नही है सांसो का ।
क्या कहे फिर किसीके वादों का ।।
देखा है तौबा करते उनको अब,
हाल मत पूछना दिवानो का ।।
बीते है सालो साल यादो में,
एक लम्हा न बीता यादो का ।।
कौन रहता है सच के साथ यहाँ,
बोलबाला है बेइमानो का ।।
तू जो होता था तो चमक थी अलग ,
अब तो चेहरा भी उतरा ग़ज़लों का ।।
अश्क मिसरो में ढल गये मेरे ,
पढ़ के देखो हिसाब अश्को का ।।
देव जी पूछना है आपसे कुछ
हाल कैसा है दिल के जख़्मो का ।।
चुप हो जाता हूँ हाल पर अपने ,
हाल ऐसा है मेरे जख्मो का ।।
इतना ही था सफर मेरा के अब
ख़त्म हूआ सफर ये सासो का ।।