उस खुदा संग रहकर खुदा हो गया
इस तरह मैं खुदी से जुदा हो गया
प्यार अपनों से करता बहुत था सनम
पर मैं सपनों के खातिर जुदा हो गया
राय देता हूँ दिल तुम लगाना नहीं
दिल लगाकर मैं खुद पर सजा हो गया
थी रगों में मेरी बेवफ़ाई मगर
संग रहकर तेरे बावफ़ा हो गया
जिन्दगी का मज़ा सिर्फ बचपन में था
क्यों 'गगन'छोटे से मैं बड़ा हो गया