दोस्ती


दोस्ती का रिश्ता कितना अजीब है
ना इसमें जात-पात न कोई अमीर-गरीब है।
दोस्त होता है जिंदगी का सबसे बडा रत्न
इसके आगे बेकार है सारी दौलत और धन।


दोस्त समझ लेता है मन की बात बिना कहे
जिसे समझ न पाये संबंधी और सगे।
जब जिंदगी में हर रिश्ता साथ छोड जाता है
तब एक दोस्त ही है जो काम आता है।


बने चाहे दुश्मन क्यों न जमाना सारा 
सच्चा दोस्त साथ देता है सदा हमारा।
सच्चा दोस्त ही है जो हमारे काम आता है
प्यार से ज्यादा दोस्त साथ निभाता है।
मेरे प्यारे दोस्त तुझे कभी भूल न पाऊँगा
जब तक है जान मैं दोस्ती निभाऊँगा।
 


तारीख: 17.03.2018                                    विशाल गर्ग









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