हिलमिल हिलमिल चाँद सितारे
रहते साथ गगन में ।
गाते और फुदकते पंछी
मिलकर रहते वन में ।।
रंग रंग के, ढंग ढंग के
सुमन साथ में खिलते ।
उपवन और मनोहर लगता
जब तितली दल मिलते ।।
घूम घूमकर , झूम झूम जब
सागर में मिल जातीं ।
और तरंगित होती नदियां
सागर ही कहलातीं ।।
हम भी आपस में मिलजुल कर
जीवन सुगम बनायें ।
हँसते गाते जीवन पथ पर
आगे बढ़ते जायें ।।