तभी तो तुम....

                    कविता

 

 

                तभी तो तुम….

 

 

 

     जीवन में कुछ करना या ना करना

         पर पूजा-पाठ जरूर करना

   पाखण्ड स्थलों पर ज़र जरूर चढ़ाना

       सिक्के नहीं, नोट चढ़ाना नोट

      छोटे-छोटे नहीं, बड़े-बड़े चढ़ाना

     काले-पीले पत्थरों पर पय जरूर चढ़ाना

    पक्के पाखण्डियों को कथा कहने बुलाना

 उनके चरणों का पवित्र चरणोदक जरूर पीना

  प्रिय पाक पकवान पाखण्डियों को खिलाना

     नदी-नालों में पाप धोने जरूर जाना

जाकर जन्मभर की पूँजी दक्षिणा में लुटाना

प्रियजनों की हड्डियाँ हरिद्वार जरूर ले जाना

मुँह माँगी मुराद लुटेरों की जरूर पूरी करना

    व्रत उपवास योग-ध्यान जरूर करना

   सीधे की थाली भरकर जरूर देना दान

   साथ-साथ घी, तेल, नमक, मिर्ची मुफ्त

    मृत व्यक्ति को गंगाजी ले जाते समय

अधिकाधिक अनाज धन-धान्य लिखवाना

सगाई ब्याह धर्म सवामणी के अवसर पर

  पाखण्डी को पैसों से मालामाल करना

 कपड़े लत्ते पीले पकवान खूब दान देना

“ढोल गँवार शूद्र पशु नारी” वाला पावन ग्रंथ

  पाखण्डी परजीवियों से प्रतिदिन पढ़वाना

       देना दान-दक्षिणा दिल खोलकर

                     ठहरो-ठहरो

       एक अरदास और करनी है हमें आपसे

  “हरिओम” व “ठठरी” जैसे जुगाड़ियों के धाम

  अंधता अपनाकर पर्ची खुलवाने जरूर जाना

अरे! अरे! अकेले नहीं, पूरे घरतड़े के साथ जाना

     पहुँचकर पैसे पानी की तरह बहाना

 

                    क्योंकि

 

         तभी तो तुम कंगाल हो पाओगे

तभी तो तुम अपने बच्चों को अनपढ़ रख पाओगे

तभी तो तुम वैज्ञानिक ज्ञान से रहित रह पाओगे

तभी तो तुम पाखण्डियों की ऊँची अट्टालिकाएँ बनवा पाओगे

तभी तो तुम एक भिखारी को प्राइवेट जेट दिलवा पाओगे

तभी तो तुम अपने धरती-ढोंढे बेच पाओगे

तभी तो तुम स्वयं भिखारी बन पाओगे

तभी तो पाखण्डियों के भंडार भर पाओगे

तभी तो तुम उनके देश-विदेश में आश्रम बनवा पाओगे

तभी तो तुम अत्यधिक अन्धभक्त कहलाओगे

तभी तो तुम करोड़ों का ढोंगियों को मालिक बनाओगे

तभी तो तुम कूपमण्डूक कहलाओगे

तभी तो तुम मानसिक गुलाम कहलाओगे

तभी तो तुम्हें तसल्ली मिल पाएगी

तभी तो तुम तलवे चाट पाओगे

तभी तो तुम तमाचे ढोंगियों के खाओगे

तभी तो तुम महामूर्ख कहलाओगे

तभी तो तुम बैमौत मारे जाओगे।।

 

 

 


तारीख: 27.06.2025                                    पवन कुमार "मारुत"




रचना शेयर करिये :




नीचे कमेंट करके रचनाकर को प्रोत्साहित कीजिये, आपका प्रोत्साहन ही लेखक की असली सफलता है