"हुआ हूँ गुमशुदा मुझको कहीं तो ढूँढ़ तुम लेना !
कहाँ हो तुम बता देना या मुझको ढूँढ़ तुम लेना !!
तुम्हारी आस में तुमको है ढूढ़ा दर- ब-दर मैंने ;
मुझीको आस में मेरे कभी तो ढूँढ़ तुम लेना !!1
"मुहब्बत में बना था जो वो रिश्ता भी अधूरा था !
हमारे ख्वाब का हर एक हिस्सा भी अधूरा था !!
अधूरेपन को पूरा हम सदा जीते रहे लेकिन ;
कहानी भी अधूरी थी वो किस्सा भी अधूरा था !!२