चर्चित होने की नहीं कोई ख्वाहिश हमारी चर्चा गर हो जाए तो कोई गिला नहीं है गुमनाम होकर भी सब के दिलों में बस जाना तो कोई सजा नहीं है पीने पिलाने से नहीं चलती जिंदगी हमारी मिल जाए अगर पीने को तो कोई मना नहीं है
साहित्य मंजरी - sahityamanjari.com