मन का मीत

तुम दवा उपचार नहीं,
फिर भी मेरे दर्द में सुकून हो||

तुम दुआ उम्मीद नहीं,
फिर भी मेरे दिल की फ़रियाद हो||
तुम सरगम संगीत नहीं,
फिर भी मेरे मन का राग हो||

तुम बादल बरसात नहीं,
फिर भी मेरी रूह पे बौछार हो|| 
तुम वो पहला ख्वाब नहीं,
फिर भी मेरा एक अरमान हो||

तुम सूर्य का ताप नहीं,
फिर भी मेरे जीवन का प्रकाश हो||
तुम अक्षर अभ्यास नहीं,

फिर भी मेरे विचारो का विवेक हो||
तुम दिल धड़कन आवाज़ नहीं,
फिर भी मेरी ख़ामोशी में संवेग हो||

 


तारीख: 24.02.2024                                    प्रतिभा शुक्ला









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