तोड़ दिया दिल मेरा उसने खुद से अटैच करके
छोड़तें है क्रिकेट में फिल्डर ज्यूँ बॉल कैच कर के ।
इस कम्बखत इश्क़ ने मुझे अब कहीं का न छोड़ा
दिल और दिमाग को रख दिया है डिटैच कर के।
मंदिर,मस्जिद,चर्च औ गुरुद्वारे से भी खफ़ा हूँ मैं
क्यों मेरी जोड़ी बनाई गई थी मिस मैच कर के ।
अच्छा भला जी रहा था मैं बेहद खुशी से ज़िंदगी
रुलाया गया है मुझे,गमों को मुझ से पैच करके ।
ये क्या बात है कि उटपटांग लिखने लगे अजय
उसके मुहल्लेवाले कहीं रख न दे डिस्पैच कर के ।