यादों के सफर में

यादों के सफर में
कोई साथी ढूंढ लेना
सपनों के लिए अपने
कोई बाराती ढूंढ लेना
गर कोई मुश्किल
आए राह में
पलकें झपका कर
हमारी सांसों को पूछ लेना
मिल जाएंगे तुम्हें
हम उसी राह पर
जहां तुमने हमारे
दिल को तोड़ा था।


तारीख: 01.03.2024                                    वंदना अग्रवाल निराली




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