इलाहाबाद मे रहकर सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर चुके सुंदर भैया के लिए।
सुंदर भैया करैं तैयारी, जाकर इलाहाबाद
बाप रहे अधियाँरे मे, बेटा बिजली मे आबाद
सुंदर- सुंदर भोजन पकावें, खायें सुंदर भैया
पिता बतावें सबके ,बेटा करत बा बड़की पढ़ैया
सुंदर भैया की इच्छा है करेंगे नौकरी सरकारी
चाहे बनेंगे सेक्रेटरी सी एम के या विभाग आबकारी
घूमें नैनी पुल संग मे लड़की- लड़का चारि
रौब दिखावे रिक्शा वाले से, देवे बेचारे को गाली
हर पार्क हर चौराहा, सुंदर छानै इलाहाबाद
न कोचिंग न किलास , फिर भी होवें जुगाड़ से पास
साल बिताएँ यही भाँति, सुंदर भैया तीन
नही मिली अभी नौकरी, तड़पे जैसे मीन
चटकी है अब नेतागिरी बनाये है
"अखिल भारतीय बेरोजगार फौज।"