जब  भी  मेरा किरदार  बताया   जाएगा

ek gazal

जब  भी  मेरा किरदार  बताया   जाएगा
दावा  है, वो  असरदार  बताया   जाएगा

मैंने   बचाया   है   कविताओं को मरने से
मुझे सभ्यता  का पहरेदार बताया जाएगा

मैंने  बोए  हैं  कितने  ही   अनकहे  अहसास
मुझे नई फसलों का जमींदार बताया जाएगा

जितना भी पाया, अपनी मेहनत से पाया
रकीबों में भी  मुझे खुद्दार बताया जाएगा

ना कोई लाग-लपेट, ना कोई छींटाकशी
मेरी सीरत  को  धारदार बताया जाएगा

कल को अगर मैं ना भी रहा तो क्या होगा
मेरी बातों को पर जानदार बताया जाएगा 


तारीख: 02.01.2024                                    सलिल सरोज









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