किसी को तो

किसी को तो, कभी, अपना  बनाया होता ,
किसी  से, तो, कभी,यूँ  साथ निभाया होता ,

किसी भी तरह से कट जाती, ये ज़िंदगी ,
किसी को तो , कभी यकीं दिलाया होता ,

चुप रहे हम सब यूँ बस रिश्ते के लिहाज से ,
वर्ना अब तक सख्त लहजे में समझाया होता ,

फिर भी य्युं  ठीक नहीं इतना बदगुमां होना ,
आखिर मेरी है गलती ये यकीं दिलाया होता ,

दरअसल खुद पे कुछ भी नहीं है ऐतबार तुम्हे ,
वर्ना खुद को,इक बार खुद को समझाया होता,

भरोसा करके  को तो कभी अपने बनाया होता ,
किसी को तो, कभी, अपना  बनाया होता ,

किसी  से, तो, कभी,यूँ  साथ निभाया होता !!


तारीख: 15.06.2017                                    राज भंडारी









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