फिल्मी डेमोक्रेसी है

फिल्मी डेमोक्रेसी है ज़रा संभल के
अच्छी हिप्पोक्रसी  है ज़रा संभल के।
पर्दे के पीछे,पर्दे के आगे ,दो पहलू है
सोंच कितनी हितैषी है ज़रा संभल के ।
बस यूँ ही अपना सिक्का चलता रहे,
वाकी तो ऐसी तैसी है ज़रा संभल के ।
बहुत उठाया है फ़ायदा जनता का मगर,
अब नहीं पहले  जैसी है ज़रा संभल के।
तू क्योंकर खामखाँ खुनस में है अजय
तू कौन सा ओबैसी है ज़रा संभल के।


तारीख: 07.02.2024                                    अजय प्रसाद









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