पावस हमको प्यारा लगता।

पावस हमको प्यारा लगता।
हर  ऋतुओं में न्यारा लगता।।

है दुनिया ने दुत्कार दिया,
वह आँखों का तारा लगता।

पीने   का  मीठा   पानी  है,
वह प्रेम बिना खारा लगता।

मायूस बहुत होगा खुद से,
जीती बाजी हारा लगता।

उनका तो ठौर ठिकाना है,
है  चंदा  बंजारा  लगता।
 


तारीख: 14.02.2024                                    अविनाश ब्यौहार









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