होली

होली का त्योहार आया, रंग खेलते हैं। 

बेरंग जीवन में, कुछ रंग बिखेरते हैं।

 

आओ मनायें मिलकर होली का त्योहार।

रंग घुलें जीवन में , हो होली सदाबहार।।

 

रंगों का त्योहार जीवन में रंग बिखेरे।

हो जाए उजियारा , मिट जायें अँधेरे।।

बुराई की होलिका जले, प्रह्लाद की भक्ति खिले।

प्रेम की गंगा बहे , दिल से दिल मिले।।

 

ईश्वर से है कामना , ऐसा हमको वर दे।

बन जायें कर्मयोगी , जीवन सजे-संवरे।।

ज्ञान का प्रकाश करे असीम विस्तार।

आओ मनायें मिलकर होली का त्योहार।।

 

पूरे होंगे सपने , थे जो पड़े अधूरे।

जायें काली रातें , रह जाएँ सिर्फ सवेरे।।

संस्कार , संस्कृति , सामञ्जस्य का बना रहे आधार।

आओ मनायें मिलकर होली का त्योहार।।

 


तारीख: 13.03.2025                                    शीलव्रत पटेरिया




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