प्रेम ही है

आपको क्या लगता है कि
यूं अचानक ,
उनकी याद आ जाना !
दिल का उदास हो जाना !
बेवजह आँख भर आना !
भीड़ में तनहा हो जाना !
फूलों से नज़र चुराना !
बिन बात मुस्कुराना !
रात भर नींद न आना !
ख्वाब में आना-जाना !
ये महज संयोग है?
जी नहीं,
ये संयोग नहीं,
ये एक प्रयोग है !
एक ऐसा प्रयोग
जो यदि सफल हुआ तो
प्रेम,
और खुदा न खास्ता,
असफल हुआ,
तो भी ,
प्रेम ही है!


तारीख: 06.04.2020                                    सुजाता









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