राजनीति और राजनेताओं ने बाँटने का काम किया है,
सदा अपनी करतूतों से इंसानियत को बदनाम किया है।
राजनेताओं ने हमें बाँट दिया धर्म मजहब जातिवाद में,
अपने फायदे को अल्लाह से जुदा इन्होंने राम किया है।
देश की आब ओ हवा को जहरीला बना दिया इन्होंने,
नफ़रत के ज़हर से भाईचारे का काम तमाम किया है।
अपने स्वार्थ की रोटियाँ सेंकते हैं ये हमारी लाशों पर,
शहीदों की शहादत का अपमान भी सरेआम किया है।
लाशों के ढ़ेर पर चढ़ कर कुर्सियाँ हासिल की हैं इन्होंने,
छल कपट, झूठ, बेईमानी का व्यापार सुबह शाम किया है।
इन्हें परवाह नहीं जनता की बस वोट बैंक से मतलब है,
केवल वोट लेने के वक़्त ही जनता को सलाम किया है।
सुलक्षणा जनता को जागरूक बना कलम चलाकर,
जागरूकता के बिना जनता का जीना हराम किया है।