दोहे रमेश के नववर्ष पर 2020

दोहे रमेश के नववर्ष पर
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चला वर्ष उन्नीस भी , छोड सभी का साथ I
हमें थमा कर हाथ में,. नये साल का हाथ II 

पन्नो मे इतिहास के, लिखा स्वयं का नाम I
चला वर्ष उन्नीस भी ,   यादें छोड़ तमाम II  

आने को मुस्तैद है ,.... ... नया नवेला वर्ष I
दिल में सबके प्यार का, दिखे उमड़ता हर्ष II 

चला वर्ष उन्नीस भी  , खेल कई नव खेल I
हुए बरी कुछ लोग तो, गए भ्रष्ट कुछ जेल II 

मेरी है प्रभु आपसे, यही एक अरदास I
नए वर्ष मे देश में, घर घर हो उल्लास II 

जाते-जाते साल यह, करा गया अहसास I
नेताओं पर कीजिये, . नहीं मित्र विश्वास II 

हो जाए अब तो विदा,... कलुषित भ्रष्टाचार I
आई है इक बार फिर, बहुमत की सरकार II 

ज्यों पतझड़ के बाद ही,आता सदा बसंत I
खुशियां नूतन वर्ष में, सबको मिलें अनन्त II 

पूरा हमें यकीन है , शासन से इस बार I
नया पिटारा हर्ष का, देगी कुछ सरकार II 

बदली है तारीख बस, बदले नहीं विचार I
नए साल का कर रहे ,नाहक ही सत्कार II 

जाते जाते हो गया , पिछला साल उदास I
बन जाऊंगा शीघ्र ही,  बोला मैं इतिहास II 

मदिरा में डूबे रहे,   …लोग समूची रात I
नये साल की दोस्तों, यह कैसी सुरुआत II 

नये साल का कीजिये, जोरों से आगाज I
दीवारों पर टांगिये, .नया कलैंडर आज II 

ढेरों मिली बधाइयाँ,........बेहिसाब संदेश I
मिली धड़ी की सूइंयाँ,ज्यों ही रात "रमेश" II 

नये साल की आ गई, नयी नवेली भोर I
मानव पथ पे नाचता,जैसे मन मे मोर II 

आयेगा नववर्ष में, .  ..शायद कुछ बदलाव I
यही सोच कर आज फिर, कर लेता हूँ चाव II 

घर में खुशियों का सदा,. भरा रहे भंडार I
यही दुआ नव वर्ष मे,समझो नव उपहार II 

ऱिश्ता वो जो टूटकर,हुआ अलग इस साल I
हो जाए नववर्ष मे, .....शायद पुन: बहाल  II 

देना है नव वर्ष मे,........उनको भी अंजाम I
नही मुकम्मल हो सके,,विगत वर्ष जो काम II 

घर में खुशियों का सदा,. रहे भरा  भंडार I
यही दुआ नव वर्ष मे,समझो नव उपहार II 


तारीख: 26.01.2020                                    रमेश शर्मा









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