जीवन की राह

चलो चलें उस राह पर, जहाँ रोशनी बिखरी हो,
जहाँ ख्वाबों की चादर पे, उम्मीदें निखरी हो।

हर अँधेरी रात के बाद, नया सवेरा आता है,
गिरकर जो उठे दुबारा, वही सफलता पाता है।

सपनों के परिंदे को, मत बेड़ियों में बाँधो,
अपने हौसले की लौ, आंधियों में भी साधो।

राह कठिन हो सकती है, पर हार नहीं मानो,
हर मुश्किल को पार करो, खुद पर विश्वास जानो।

हाथ थाम लो अपनों का, मिलकर आगे बढ़ते जाओ,
प्यार, दया और नेकी से, जीवन को महकाओ।


तारीख: 31.03.2025                                    शुभायन दे




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