अधूरी मुहब्बत

दिल के दर्द की कोई दवा नहीं ,
अधूरी मुहब्बत का कोई गिला नहीं ,
दर्द तो इस बात का है कि ,
दिल तोड़ने से पहले कुछ कहा ही नहीं |
यूँ तो बहुत लोग आते है जीवन में ,
हसाते है, रुलाते है, एक हद तक साथ निभाते है ,
पर जिसका साथ निभाने की इच्छा थी ,
उसने अपना हाथ कभी दिया ही नहीं|
खुशियां और गम जीवन का पहलु है, 
अपनों का साथ हो तो गम भी बुरा नहीं ,
पर दिल जिसकी खुशियों में खुश होना चाहता था, 
उसने अपनी खुशी का साथी बनाया ही नहीं |
जिसकी पहली झलक दिल में बस गयी ,
एकटक देखने पर भी जी कभी भरा नहीं, 
जिसके इन्तजार में एक मिनट भी इक साल लगता हो ,
उसने एक बार भी मुड़कर कभी देखा नहीं|
दिल के दर्द की कोई दवा नहीं ,
अधूरी मुहब्बत का कोई गिला नहीं, 
दर्द तो सिर्फ इस बात का है ,
जिससे दिल लगाया वह कभी मिला नहीं ||||
 


तारीख: 18.08.2019                                    पूर्णिमा राज









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