बादलों से ऊँचा सपना देखो,
हवा के संग बहना सीखो।
सूरज की किरणों से जलना सीखो,
अंधेरों में भी रोशनी रखना सीखो।
नदियों सा बहते रहो सदा,
हर मुश्किल को पार करो खुदा।
पतझड़ भी आए तो डरना नहीं,
बसंत की ख़ुशबू बिखर जाएगी यहीं।
राहों में कांटे भी मिलेंगे,
संघर्ष के पल भी आएंगे,
मगर जो बढ़ेगा हिम्मत लेकर,
जीवन में वो ही कुछ कर पाएंगे।
तो उठो, चलो, सपने संजो लो,
अपने हौसले से दुनिया रोशन कर दो।
जो ठान लिया है, वो करना ही है,
हर सुबह को नई उड़ान देनी है।