वो क्यों हैं परेशान , ज़रा पूछो तो
दिल क्यों बना मशान, ज़रा पूछो तो 1
रिश्ते तो खूब बनाए तुमने बेधड़क
लहूलुहान है क्यों जुबां ,ज़रा पूछो तो 2
माँ-बाप को भेज तो दिया है बाहर
घर में है क्यों तूफाँ ,ज़रा पूछो तो 3
सियासतदां कहते हैं ,सब ठीक है
सूना पड़ा क्यों रमज़ान ,ज़रा पूछो तो 4
दौलत की कमी तो नहीं थी तुम्हें
बिक गया क्यों मकाँ ,ज़रा पूछो तो 5
जितने कड़े दरख़्त थे,सब उखड़ गए
फिर है क्यों गुमाँ ,ज़रा पूछा तो 6
आफत आती है तो गरीबों पे आती है
परेशान है क्यों हुक्मराँ ,ज़रा पूछो तो 7