राहे इश्क़ का सफर आसान नहीं

राहे इश्क़ का सफर आसान नहीं,
ऐ दिल नादां , तू जाने नहीं ||


कितना तुझे बताया ,
शामो सहर सिखाया
पर , ऐ दिल नादां ,
तू समझ न पाया ||

 
राहे इश्क़ का सफर आसान नहीं,
ऐ दिल नादां , तू जाने नहीं ||

राहे इश्क़ में मिलते हैं,
बेपनाह दर्द ओ सितम
सहकर हज़ार रुसवाइयाँ,
मिले न मिले सनम ||

बात इतने सी ,
तू समझता क्यूँ नहीं  ?

राहे इश्क़ का सफर आसान नहीं,
ऐ दिल नादां , तू माने नहीं ||

राहे इश्क़ का  सफर ऐ दिल छोड़ दे,
गुज़ारिश है तुझसे , रुख मोड़ ले ,

राहे इश्क़ का सफर आसान नहीं,
ऐ दिल नादां , तू जाने नहीं ||


तारीख: 15.03.2025                                    शीलव्रत पटेरिया




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