कर्म ही प्रधान है,
कर्म ही महान है,
एक क्षण भी आलस में,
गंवा मत, गंवा मत, गंवा मत,
कर्मपथ कर्मपथ कर्मपथ।
तू न टलेगा कभी,
तू न थमेगा कभी,
तू न सहेगा कभी,
रुक मत, रुक मत, रुक मत
कर्मपथ कर्मपथ कर्मपथ।
कर्म ही पूजा है,
मनुष्य इसके बिना अधूरा है,
सफलता का यही है,
राजपथ राजपथ राजपथ,
कर्मपथ कर्मपथ कर्मपथ।